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Monday, January 24, 2022

HIDING AND SEEKING, GUIDING AND THEN MEETING असतो मा सद्गमय


 

HIDING AND SEEKING, GUIDING AND THEN MEETING

असतो मा सद्गमय
तमसो मा ज्योतिर्गमय
मृत्योर् मा अमृतं गमय
शांति शांति शांति - बृहदारण्यक उपनिषद् 1.3.28.

Lead Us From the Unreal To Real,
Lead Us From Darkness To Light,
Lead Us From Death To Immortality,
Aum (the universal sound of God)
Let There Be Peace Peace Peace.
(Brihadaranyaka Upanishad 1.3.28.)

This is the manner in which the Upanishadic Rishi sang and told all people of God...He who leads us fro Darkness to light , is the Guru.
Lord Shiva is the source of the light of the world. He is The Primal Guru. In Leading us to The Light, He leads us to Himself, in leading us to Himself, He leads us to our SELF. It is all one great Mystic , spiritual circle. Hiding and seeking Guiding , and then Meeting!
It is all the Leela of Shivji and Shakti .This is the Gist of the world play.
Aum Namah Shivaye
~Shail Gulhati: Shiva and Mysticism.
छिपना और तलाश करना, मार्गदर्शन करना और फिर मिलना
असतो मा सद्गमय तमसो मा ज्योतिर्गमय मृत्योर् मा अमृतं गमय शांति शांति शांति - बृहदारण्यक उपनिषद् 1.3.28. हमें अवास्तविक से वास्तविक की ओर ले चलो, हमें अंधकार से प्रकाश की ओर ले चलो, हमें मृत्यु से अमरत्व की ओर ले चलो, ओम् (भगवान की सार्वभौमिक ध्वनि) शांति शांति शांति होने दो। (बृहदारण्यक उपनिषद 1.3.28.)
इस तरह उपनिषद ऋषि ने गाया और सभी लोगों को भगवान के बारे में बताया ... जो हमें अंधेरे से प्रकाश की ओर ले जाते है, वह गुरु है। भगवान शिवजी जगत के प्रकाश के स्रोत हैं। वह आदिम गुरु हैं। हमें प्रकाश की ओर ले जाने में, वह हमें अपनी ओर ले जाते है, वह हमें हमारे स्वयं की ओर ले जाते है। यह सब एक महान रहस्यवादी, आध्यात्मिक चक्र है। छुप-छुप कर मार्गदर्शन करना, और फिर मिलना! यह सब शिवजी और शक्ति की लीला है। यह विश्व नाटक का सार है। नमः शिवाय
Hindi translation by Yash NR

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